नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के 7वें चरण का मतदान जारी है। आखरी चरण में प्रदेश के 9 जिलों की कुल 54 विधानसभा सीटों पर मतदान सुवह से प्रारंभ हो गया। कहीं -कहीं पर ईव्हीएम बंद होने से मतदान में कुछ देर के लिए बिलंब हुआ। बांकी अभी तक शांतिपूर्ण तरीके से अंतिमदौर का मतदान उत्तरप्रदेश में जारी है। बतादें कि अंतिम चरण में प्रदेश के आजमगढ़, मऊ, जौनपुर, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर, भदोही और सोनभद्र सहित नौ जिलों की कुल 54 विधानसभा सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं। सुबह नौ बजे तक 8.58प्रतिशत वोटिंग हुई है। आखरी दौर के मतदान में करीब 2.06 करोड़ मतदाता 613 उम्मीदवारों की किस्मत पर मुहर लगाएंगे। प्रधानमंत्री के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी और अखिलेश यादव के लोकसभा क्षेत्र आजमगढ़ में भी अंतिम चरण में वोटिंग हो रही है।

बीते चुनाव में क्या रहे नतीजे
बात करें बीते चुनाव 2017 की तो इसमें बीजेपी ने 54 सीटों में 36 सीटें जीत कर विपक्षी पार्टियों के गढ़ में सेंधमारी की थीं। वहीं सपा ने 2017 में 11 सीटें जीत सकी थीं। वहीं मायावती को इस क्षेत्र में भारी नुकसान झेलना पड़ा था और केवल उन्हें 6 सीटोंं से संतुष्ट होना पड़ा था।
अंतिम दौर दिग्गजों की प्रतिष्ठा दाव पर
अंतिम चरण में देश प्रदेश के कई दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। अगर हम बात करें भाजपा की तो यहां चुनाव पूर्व भाजपा का साथ छोडक़र सपा से गठबंधन कर चुनाव लड़ रहे सुभासपा अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर (जहूराबाद-गाजीपुर), गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी (मऊ सदर) तथा बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह (मल्हनी-जौनपुर) की उम्मीदवारी वाली सीट पर वोटिंग जारी है। वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लोकसभा क्षेत्र की विधानसभा में भाजपा के अच्छे प्रदर्शन का दबाव है। वहीं आजमगढ़ में भी पूर्व मुख्यमंत्री अखलेश यादाव के संसदीय क्षेत्र में चुनाव जीतने का दबाव देखा जा सकता है। हलांकि चुनावी ऊंट किस करवट बैठेगा इसका पता तो 10 मार्च को परिणाम आने के बाद ही चलेगा। लेकिन फिलहाल तो सभी राजनैतिक दल अपनी-अपनी जीत के दावे करने में लगे हुए है।