लखनऊ। सोमवार रिमांड मजिस्ट्रेट ने चौदह दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। दस जनवरी तक उसका न्यायिक रिमांड स्वीकृत किया गया है। इससे पहले कोर्ट में अभियोजन अधिकारी और बचाव पक्ष के बीच लंबी बहस चली। अभियोजन अधिकारी ने बरामदगी संबंधी जानकारी न्यायालय को दी और न्यायिक रिमांड मांगा वहीं बचाव पक्ष ने गिरफ्तारी को गलत बताते हुए रिमांड को निरस्त करने की अर्जी दी थी जिसे न्यायालय ने खारिज कर दिया।
पीयूष जैन को रविवार रात को गिरफ्तार कर लिया था। कोर्ट ने उसे 14 दिन के लिए जेल भेज दिया है। सुनवाई के दौरान DGGI के अफसरों ने रिमांड नहीं मांगी, क्योंकि पीयूष पर पांच साल से कम सजा का अपराध अब तक की जांच में पाया गया है। ऐसे में सिर्फ विशेष केस में ही कोर्ट रिमांड देता है। पीयूष के अधिवक्ता सुधीर मालवीय ने कोर्ट में 52 करोड़ रुपए टैक्स चोरी पर पेनाल्टी जमा करने के लिए कोर्ट में प्रार्थना-पत्र दिया है। अब 1 जनवरी के बाद कोर्ट खुलने पर अगली सुनवाई होगी। इसके बाद पीयूष की जमानत पर सुनवाई होगी।