नई दिल्ली। यदि आप कोरोना की तीसरी लहर के समाप्त होने से निश्चिंत होकर बैठे है तो, यह खबर आपके लिए है। बता दें कि दो बार कोरोना को लेकर सटीक दावे कर चुके आईआईटी कानपुर के एक्सपर्ट ने चौथी लहर आने की तारीख बता दी है। नई कैलकुलेशन के अनुसार देश में 22 जून से चौथी लहर प्रारंभ होने का अनुमान है। वहीं इस लहर के पीक लगभग दो महीने बाद 23 अगस्त तक पर होगी साथ ही 24 अक्टूबर तक चलने का अनुमान लगाया है।
चौथी लहर को लेकर स्टडी करने वाले आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर शलभ का कहना है कि कहना है कि- ये एक अनुमान है। ये साइंटिफिक स्टडी है, जो जिम्बाब्वे जैसे उस देश के डेटा के आधार पर हुई है, जहां कोरोना की चौथी लहर आ चुकी है। आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर के अनुसार , ‘’चौथी लहर को लेकर की गई स्टडी जिम्बाब्वे के डेटा के आधार पर लगाए गए अनुमान पर आधारित है। ये कितनी सच होगी कहना मुश्किल है। इसे बहुत गंभीरता से नहीं लिया जाना चाहिए।’’
इसी के आधार पर हमने भारत के लिए एक स्टैटिस्टिकल मॉडल पर काम करते हुए एक अनुमान लगाया कि अगर चौथी लहर आई तो वो कब तक आ सकती है।
वहीं राहत की बात यह है कि जाने माने महामारी विशेषज्ञ डॉ. चंद्रकांत लहरिया ने कहा,‘चौथी लहर को लेकर आई स्टडी अनुमान पर ज्यादा आधारित है और इसे लेकर वैज्ञानिक आधार स्पष्ट नहीं है। अभी चौथी लहर का अनुमान लगा पाना मुश्किल है।’