सीडब्ल्यूसी की बैठक में हो सकते है कई फैसले
भोपाल। चुनावों में लगातार अपनी प्रतिष्ठा खोने के बाद अखिल भारतीय कांंग्रेस कमेटी का आज से उदयपुर में तीन दिवसीय चिंतन शिविर शुरू होने जा रहा है। मंथन को लेकर कांग्रेस का कहना है कि पार्टी का उदयपुर से उदय होगा। नई दिशा, नई उमंग और नई उम्मीदों का सूर्य उदय मंथन में जरूर निकलेगा। देश की अपेक्षाओं के अनुरूप कांग्रेस पार्टी उदयपुर में आत्मचिंतन, आत्ममंथन और आत्मावलोकन करेगी।
हाल ही में हुए उत्तरप्रदेश सहित चार राज्यों के चुनावों में आशाओं के विपरीत मिले परिणामों के बाद से कांग्रेस पार्टी में उठापटक और अंतर्कलह का दौर जारी है। वैंसे तो पंजाब में अमरिन्दर सिंह द्वारा पार्टी के छोड़ देने और अलग पार्टी बनाकर चुनाव मैदान में कूदने से पंजाब की सत्ता से कांग्रेस बाहर हो गई। जिसके बाद से कांग्रेस के छत्रपों पर उंगलियां उठना प्रारंभ हो गया था। हालांकि यह पहली बार नहीं हुआ था इससे पहले भी मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों में इस तरह की तस्वीरें सामने आती रहीं। जिसके कारण कांग्रेस पार्टी को मध्यप्रदेश और कर्नाटक में सत्ता से बाहर होना पड़ा। हालांकि जी24 नेताओं ने नेतृत्व परिवर्तन को लेकर कई बार पत्र लिखे जो कि मीडिया में भी आ जाने के बाद काफी चर्चा हुई। अब नए उदय को लेकर कांग्रेस के शुक्रवार से शुरू हो रहे तीन दिवसीय चिंतन शिविर से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला गुरुवार शाम को मीडिया से रूबरू हुए। सुरजेवाला ने कहा कि उदयपुर से उदय होगा नई दिशा, नई उमंग और नई उम्मीदों के सूर्य का। देश की अपेक्षाओं के अनुरूप कांग्रेस पार्टी उदयपुर में आत्मचिंतन, आत्ममंथन और आत्मावलोकन करेगी।
सुरजेवाला ने कहा कि आज केन्द्र की भाजपा सरकार ने देश के प्रजातंत्र, संविधान व 140 करोड़ देशवासियों के अधिकारों पर हमला बोल रखा है। देश प्रजातांत्रिक, आर्थिक और सामाजिक संक्रमणकाल के दौर से गुजर रहा है। अब
भारत की आज़ादी के आंदोलन की कोख से जन्मी कांग्रेस पर दायित्व है कि हम संविधान देशवासियों के सजग प्रहरी बन राष्ट्रधर्म की इस कसौटी पर खरा उतरें। यही नवसंकल्प शिविर का दृढ़ संकल्प होगा। शिविर में राजनीतिक, सामाजिक न्याय, सशक्तिकरण, अर्थव्यवस्था, कांग्रेस की संगठनात्मक व्यवस्था, किसान और खेत मज़दूर, युवा सशक्तिकरण के विषयों पर चिंतन के लिए 430 चिंतकों को आमंत्रित किया गया है। अलग-अलग समूहों में चिंतन-मंथन के बाद जो निष्कर्ष निकलेगा, उसे कांग्रेस वर्किंग कमेटी में रखकर अंतिम रूप दिया जाएगा।
जहां चुनाव वहीं दंगे
राजस्थान में बढ़ती साम्प्रदायिक दंगों की घटनाओं को लेकर सुरजेवाला ने कहा कि जहां भी चुनाव होते हैं, वहां भाजपा यह शुरू करा देती है। पहले उत्तराखण्ड, उत्तर प्रदेश और गोवा में हुआ। वहां अब चुनाव के बाद शांति है। अब चुनाव कर्नाटक और राजस्थान सहित अन्य राज्यों में होने वाले हैं तो वहां दंगे कराने शुरू कर दिए हैं।
30 करोड़ में बिके विधायक, राजस्थान भी नहीं रहा अछूता
सुरजेवाला ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कह दिया कि ये लोग जनता की चुनी हुई सरकारों को गिराना चाहते हैं, कई राज्यों में विधायकों को खरीदा गया। 30-30 करोड़ रुपए दिए गए। इससे राजस्थान भी अछूता नहीं रहा।
महंगाई-बेरोजगारी का केन्द्र के पास जवाब नहीं – गहलोत
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी भाजपा पर हमला बोला और कहा कि आज जो कांग्रेस मुक्त भारत की बात करते हैं, एक दिन वे खुद ही मुक्त हो जाएंगे। देश में बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी का जवाब केंद्र के पास नहीं है। इनका एजेण्डा देश में दंगे कराने का है। करौली में घटना हुई और एक घंटे में दुकानों के जलाने से लेकर सबकुछ हो गया। बाद में रामनवमी पर यहा पूरे प्रदेश में भाईचारे के साथ यात्राएं निकली, लेकिन भाजपा शासिच आठ राज्यों में दंगे हुए। इन दंगों की केन्द्रीय मंत्री अमितशाह जांच कराएं तो सबकुछ सामने आ जएगा।