रायसेन। मण्डी में इन दिनों खरीफ की फसल, धान की बंपर आवक हो रही है। कृषि उपज मण्डी में धान के उच्चतम दाम मिलने के कारण आस-पास के लगभग 5 से 7 जिलों के किसान लगभग 500 से 700 ट्रालियां प्रतिदिन धान लेकर रायसेन कृषि उपज मण्डी पहुंच रहे है। जिससे मुख्यालय स्थित दशहरा मैदान पर नीलामी के लिए ट्रालियों का जमघट देखा जा रहा है। बतादें कि प्रतिदिन 1000 से 1500 टन की आवक से कृषि उपज मण्डी रायसेन की आमदनी भी बढ़ी है।
विगत साल की अपेक्षा इस वर्ष रायसेन कृषि उपज मण्डी में धान की कीमत में वृद्धि देखी गई है। जहां विगत वर्ष 1800 से 2200 रूपये प्रति क्विटल धान की नीलामी इुई थी। रायसेन की कृषि उपज मंडी में धान लोकल व्यापारियों के साथ ही बाहर की कंपनियां अभी रायसेन की मंडी से धान खरीदती हैं, जिससे यहां किसानों को अपनी धान का अच्छा रेट मिलने से काफी फायदा होता है। मंडी के व्यापारी अंशुल सोनी ने बताया धान की बंपर आवक शुरू हो गई है। मंडी में धान की क्वलिटी के अनुसार 2400 से लेकर 2500 रुपए में धान खरीदी जा रही है। रायसेन मंडी में सीहोर विदिशा, शमशाबाद, गंजबासौदा, सांची और कई जिलों से किसान अपनी धान की फसल लेकर पहुंच रहे हैं।
मध्यप्रदेश में धान का गढ़ कहे जाने वाले रायसेन जिले में प्रति वर्ष लगभग 2 लाख हेक्टेयर में धान की फसल किसानों द्वारा लगाई जाती है। इसलिए मध्यप्रदेश में अब रायसेन जिला भी धान का गढ़ बन गया है। रायसेन जिले में 80 प्रतिशत किसान अब धान की फसल करने लगे हैं।
इनका कहना है :
मंडी सचिव डीसी लडिय़ा का कहना है कि किसान अपनी धान की फसल को अगर सुखा कर लाएंगे तो उनको और भी अच्छा कीमत मिलेगी। लेकिन किसान अभी गीली फसल लेकर आ रहे हैं , जिसके कारण उनको उस धान की उचित कीमत जितनी किसान चाहते हैं उतनी नहीं मिल पा रही है। इसलिए ही किसान को ऐसा लगता है कि उनको धान की उचित कीमत नहीं मिल रही है।