भोपाल। प्रदेशभर में प्री-मानसूनी गतिविधियां जारी हैं। गरज-चमक के साथ बारिश की स्थिति बनी हुई है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि सबकुछ ठीक रहा तो दो से तीन दिन में मानसून मध्यप्रदेश की सीमा में प्रवेश कर जाएगा। इधर, इंदौर और आसपास के क्षेत्रों में चार दिनों से लगातार बारिश का दौर जारी है। अगले सप्ताह से भारी बारिश का दौर शुरू हो सकता है।
विदिशा में शनिवार को बारिश हुई। मौसम विभाग के मुताबिक भोपाल, इंदौर में भी शाम तक बूंदाबांदी हो सकती है। मध्यप्रदेश में एक्टिव प्री-मानसून की बारिश से कई जिलों में ठंडक घुल गई है और गर्मी से थोड़ी राहत मिली है। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो गर्मी का असर सिर्फ दो दिन और रहेगा। 13 जून से पूरे प्रदेश में बारिश होने लगेगी। 15 जून के बाद मध्यप्रदेश में मानसून की एंट्री हो जाएगी और 20-22 जून तक मानसून प्रदेशभर में एक्टिव हो सकता है।
दो दिन से प्रदेश के कई इलाकों में प्री-मानसून एक्टिव है। इंदौर में बूंदाबांदी के बाद शुक्रवार को खरगोन-राजगढ़ में आधे घंटे तक तेज बारिश हुई। खंडवा, छिंदवाड़ा, जबलपुर, दमोह भी भीगे। राजधानी भोपाल में बादल छाए रहे। मौसम वैज्ञानिक डॉ. पीके साहा ने बताया, 13 जून से पूरे प्रदेश में प्री-मानसून एक्टिव हो जाएगा। यह गतिविधियां मुख्य मानसून आने तक बनी रहेगी। मानसून भी 15 जून के बाद एंट्री ले सकता है, क्योंकि मानसून आगे बढ़ रहा है। प्रदेश के इंदौर, खंडवा, खरगोन, बालाघाट, मंडला, शहडोल से मानसून एंट्री लेगा। 20 जून के बाद मानसून के पूरे प्रदेश में सक्रिय होने के आसार है।
मानसून की आमद के मिले संकेत, कहीं बूंदाबांदी तो झमाझम से हुई शुआत
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