भोपाल। अगले महीने होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को लेकर देश के राजनैतिक दलों में जोड़-तोड़ का माहौल साफ दिखाई दे रहा है। जहां एनडीए ने राष्अ्रपति पद के लिए अपने उम्मीदवार के तौर पर दौपती मुर्मु को चुना है। वहीं विपक्षी दलो ंने संयुक्त रूप से यशवंत सिन्हा को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। ज्ञात हो की वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द का कार्यकाल अगामी जुलाई माह 25 तारीख को समाप्त हो रहा है। 18 जुलाई को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होगा। एनडीए ने अपना आदिवासी कार्ड खेलते हुए विपक्ष को चुनौती पेश की है। वहीं भाजपा के बागी और टीएमसी के पूर्व नेता यशवंत सिन्हा को देश के 17 विपक्षी दलों का समर्थन हासिल है। वहीं श्रीमति मुर्मु को भी बीजद, बसपा ने समर्थन देने का एलान किया है। इसके साथ ही कर्नाटक की वायएसआर और झारखण्ड मुक्ति मोर्चा ने अपनी समर्थन किसी को भी नहीं दिया दिया है। हालांकि कयास लगाए जा रहे है कि झारखण्ड मुक्ति मोर्चा और वायएसआर द्वारा मुर्मु के पक्ष में मतदान किया जा सकता है। वहीं एनडीए में शमिल सभी दल मुर्मु का समर्थन तो कर ही रहे है। ऐसे में श्रीमति मुर्मु के जीतने के चांस अधिक है।
बावजूद इसके विपक्षी दलों द्वारा श्री सिंहा के नामाकंन दाखिल करने के दौरान शक्ति प्रदर्शन किया गया। सिन्हा के नामाकंन के दौरान एनसीपी प्रमुख शरद पवार, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, टीएमसी, टीआरएस, फारूख अबदुल्ला, राहुल गांधी सहित अन्य मिलाकर कुल 17 विपक्षी दलों के नेता मौजूद रहे।
यशवंत सिन्हा ने दाखिल किया नामाकंन, विपक्ष ने दिखाई एकता
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